vijay
Wednesday, December 28, 2011
नूतन वर्षाभिनंदन
इस नए वर्ष का नव प्रकाश, फैलाये क्रांति विचारों की,
हर युवा सृजन सैनिक बनकर बारिश कर दे अंगारों की |
अंगारे ज़िम्मेदारी के, सच, स्वाभिमान, खुद्दारी के,
तब गूँज उठेगी चहुँ ओर, जय भारत माँ के नारों की ||
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment